गौतम गंभीर का कोहली और रोहित को दो टूक संदेश: 2027 वर्ल्ड कप में आपकी जगह पक्की नहीं है
टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने एक बड़ा बयान दिया है. 14 अक्टूबर, 2025 को अपने 44वें जन्मदिन पर, उन्होंने दिग्गज विराट कोहली और रोहित शर्मा के ODI भविष्य के बारे में एक बात बिल्कुल साफ कर दी: किसी भी चीज़ की कोई गारंटी नहीं है. 2027 वर्ल्ड कप में जगह की भी नहीं.
मुख्य बातें
- गौतम गंभीर ने कहा कि 2027 ODI वर्ल्ड कप स्क्वॉड में विराट कोहली और रोहित शर्मा के लिए कोई गारंटी नहीं है.
- उन्होंने “वर्तमान में रहने” की जरूरत पर जोर दिया, क्योंकि टूर्नामेंट अभी 2.5 साल दूर है.
- चयन का एकमात्र मानदंड प्रदर्शन और फिटनेस होगा.
- कोहली और रोहित दोनों आठ महीने के अंतराल के बाद 19 अक्टूबर, 2025 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ODI में वापसी कर रहे हैं.
- शुभमन गिल नए ODI कप्तान हैं, जो नेतृत्व में बदलाव का संकेत है.
‘वर्तमान में रहना ज़रूरी है’
देखिए, हर कोई सोच रहा है कि क्या हम कोहली और रोहित को 2027 में ट्रॉफी उठाते हुए देखेंगे. लेकिन गंभीर पुरानी यादों में खोने के मूड में नहीं हैं. जब उनसे सीधे उनके मौकों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने अपना वही बेबाक जवाब दिया. उन्होंने कहा कि वर्ल्ड कप अभी बहुत दूर है, और स्टार जोड़ी सहित सभी के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अभी और यहां पर ध्यान केंद्रित करें.
उनका संदेश सीधा था. आपकी पिछली उपलब्धियां शानदार हैं, लेकिन आपका मौजूदा प्रदर्शन और फिटनेस ही आपको टीम में जगह दिलाएगा. यह भारत के दो महानतम खिलाड़ियों के लिए एक सीधी चुनौती है.
मैनेजमेंट का एक संयुक्त मोर्चा
और बात यहीं खत्म नहीं होती, गंभीर इस सोच में अकेले नहीं हैं. उनका रुख मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर जैसा ही है, जिन्होंने हाल ही में इन दिग्गजों को वर्ल्ड कप बर्थ की गारंटी देने वाले सवालों से किनारा कर लिया था. यह भारतीय क्रिकेट के शीर्ष प्रबंधन की एक स्पष्ट, एकजुट रणनीति को दर्शाता है. सिर्फ नाम के आधार पर चयन का युग शायद अब समाप्त हो गया है.
यह उनकी आगामी वापसी को अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण बना देता है. चैंपियंस ट्रॉफी जीत के बाद आठ महीने के ब्रेक के बाद, कोहली और रोहित 19 अक्टूबर से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की ODI सीरीज़ के लिए एक्शन में वापस आएंगे. दबाव की बात करें, है ना? उनके हर रन और हर कैच पर सबकी नज़र होगी.
क्या यह एक नए युग की शुरुआत है?
आप यहां के संदर्भ को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते. दोनों दिग्गज पहले ही T20I और टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं. भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए उनके पास अब केवल ODI फॉर्मेट ही बचा है. उसी समय, शुभमन गिल ने ODI कप्तान के रूप में पदभार संभाला है, जो हाल ही में वेस्ट इंडीज के खिलाफ टेस्ट टीम को 2-0 से सीरीज़ जिताकर आए हैं.
लेकिन ईमानदारी से कहें तो, गंभीर दरवाज़ा पूरी तरह से बंद नहीं कर रहे हैं. उन्होंने स्वीकार किया कि कोहली और रोहित अभी भी “качественные खिलाड़ी” हैं जिनका अनुभव युवा टीम के सदस्यों के लिए अनमोल हो सकता है. यह ‘ना’ नहीं है, बल्कि एक तरह से ‘साबित करो कि तुममें अभी भी दम है’ कहना है. तो, आगे क्या? ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज़ अब ज़रूर देखने लायक है. यह सिर्फ एक वापसी नहीं है; यह एक ऑडिशन है. क्या आपको लगता है कि वे 2027 अभियान के लिए खुद को अनिवार्य साबित कर पाएंगे? पूरा देश देख रहा होगा.