क्या आपने कभी भगवान शिव से प्रेरित क्रिकेट स्टेडियम की कल्पना की है? ऐसा सच में हो रहा है। इस समय काशी में एक विशाल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम आकार ले रहा है, और यह ऐसा कुछ है जो आपने पहले कभी नहीं देखा होगा। इसका निर्माण अब 75% से अधिक पूरा हो चुका है, और यह दिव्य अखाड़ा अप्रैल 2026 की फिनिश लाइन की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
Key Takeaways
- थीम: स्टेडियम का पूरा डिज़ाइन भगवान शिव से प्रेरित है, जिसमें अर्धचंद्र के आकार की छत से लेकर त्रिशूल के आकार की फ्लडलाइट्स शामिल हैं।
- समापन तिथि: प्रोजेक्ट 75% से अधिक पूरा हो चुका है और अब अप्रैल 2026 में उद्घाटन का लक्ष्य है।
- लागत और क्षमता: यह अत्याधुनिक स्टेडियम लगभग ₹450 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है और इसमें 30,000 दर्शक बैठ सकेंगे।
- महत्व: यह उत्तर प्रदेश का पहला अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम है जिसे सीधे BCCI द्वारा बनाया जा रहा है।
- IPL की संभावना: संभावना है कि यह IPL 2026 में लखनऊ सुपर जायंट्स के घरेलू मैचों की मेजबानी कर सकता है।
एक दिव्य डिज़ाइन जो आकार ले रहा है
देखिए, यह सिर्फ एक और स्टेडियम नहीं है। इसकी वास्तुकला भगवान शिव को सीधी श्रद्धांजलि है। छत का आकार अर्धचंद्र जैसा है। विशाल फ्लडलाइट्स? वे त्रिशूल की तरह दिखने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। यहां तक कि वीआईपी बॉक्स भी ‘डमरू’ के आकार का है। यह अविश्वसनीय है।
बात यहीं खत्म नहीं होती। बैठने की व्यवस्था काशी के प्रतिष्ठित घाटों की सीढ़ियों से प्रेरित है, जो देखने का एक अनूठा अनुभव प्रदान करती है। और बाहरी हिस्से में बिल्व पत्र के आकार की धातु की चादरें लगाई जाएंगी। L&T इस लुभावने विजन को साकार करने वाली एजेंसी है।
अप्रैल 2026 की दौड़
तो, स्थिति क्या है? प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारी मानसूनी बारिश के कारण कुछ देरी के बावजूद, 75% से अधिक काम पहले ही पूरा हो चुका है। मूल समय सीमा मार्च 2026 थी, लेकिन कार्यकारी एजेंसी ने यह सुनिश्चित करने के लिए अप्रैल 2026 तक थोड़ा विस्तार करने का अनुरोध किया है ताकि सब कुछ उत्तम हो।
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यह इस क्षेत्र के लिए एक बहुत बड़ी बात है। वाराणसी शहर से लगभग 15 किलोमीटर दूर गंजरी में स्थित यह स्टेडियम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का “ड्रीम प्रोजेक्ट” है। इस पर यूपी सरकार, उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) और BCCI द्वारा कड़ी नजर रखी जा रही है।
यूपी में क्रिकेट के लिए इसका क्या मतलब है
विशेषज्ञ विश्लेषण
यह उत्तर प्रदेश का चौथा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम होगा, जो कानपुर, लखनऊ और ग्रेटर नोएडा की श्रेणी में शामिल होगा। लेकिन खास बात यह है: यह राज्य में BCCI द्वारा बनाया गया पहला स्टेडियम है। यह इस क्षेत्र में क्रिकेट के बुनियादी ढांचे को विकसित करने पर एक बड़े निवेश और फोकस को दर्शाता है, यह एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो मार्च 2023 में जय शाह द्वारा साइट को मंजूरी देने के बाद शुरू हुआ था।
सोशल मीडिया पर हलचल
प्रशंसक पहले से ही उत्साहित हैं। हालांकि इसकी 2026 T20 विश्व कप के किसी भी मैच की मेजबानी करने की संभावना नहीं है, लेकिन असली उत्साह IPL को लेकर है। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि लखनऊ सुपर जायंट्स यहां अपने घरेलू मैच खेल रही है? अगर स्टेडियम IPL 2026 तक तैयार हो जाता है, तो यह एक वास्तविकता बन सकता है। इसके अलावा, वाराणसी विकास प्राधिकरण कथित तौर पर स्टेडियम के चारों ओर एक पूरी टाउनशिप की योजना बना रहा है, जिसका मतलब है कि यह परियोजना पूरे क्षेत्र को बदलने के लिए तैयार है।
तो आप क्या सोचते हैं? क्या यह दिव्य स्टेडियम घरेलू टीम के लिए सौभाग्य लाएगा? हमें इस अनोखे आयोजन स्थल पर अपने विचार बताएं!



